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Thursday, March 27, 2014

मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा आज होगा झण्डारोहन

बाड़मेर जिले के बाड़मेर बालोतरा रेल मार्ग पर तिलवाड़ा स्टेशन से 9 कि.मी. दुर लुणी नदी के किनारे प्रति वर्ष चैत्र कृष्णा 11 से पन्द्रह दिनोँ का विशाल विश्व विख्यात मल्लीनाथ पशु मेला लगता है। 200 वर्ष पुर्व से लगने वाला यह मेला अब पशु मेले के रुप मेँ विकसित हो गया है। मालानी क्षेत्र के सिद्ध पुरुष मल्लीनाथ बचपन से ही वीर कुशालग्रबुद्धि एंव अजय यौद्धा थे। वे राव सलखाजी के पुत्र थे।उनका जन्म वि.स.1415 मेँ हुआ।परोपकारी एंव करुणाशील सिद्ध पुरुष होने के कारण उनके प्रति लोगौ के मन मेँ अटूट प्रेम और श्रद्धा थी। रावल मल्लीनाथ कि याद मेँ लगने वाले मेले का शुभ्भारम्भ आज बाड़मेर जिला कलेक्टर भानुप्रकाश अटरु सुबह 11:45 बजे करेंगे।मेला शुरु होने से पहले देश कोने कोने से पशुपालक अपने पशु बेचने और खरीदने पहुच चुके है। मेले अब तक 7 हजार 9 सौ पशु पहुच चुके है।मेला परिसर मेँ दुकाने सज चुकी है। मेला अधिकारी के अनुशार मेले मेँ विभिन्न नश्लो के 21 सौ घोड़े 35 सौ बैल 23 सौ ऊँट पहुच चुके है।
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