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Sunday, February 16, 2014

नहीं रहे कांग्रेस के कद्दावर नेता परसराम मदेरणा जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परसराम मदेरणा का रविवार को निधन हो गया। जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में रविवार अल सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। बीते कई दिनों से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी तथा उन्हें एसएमएस के मेडिकल आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था। जोधपुर जिले के चाडी गांव में जन्मे मदेरणा की कर्मस्थली भोपालगढ़ रही, उन्होंने भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र का लम्बे समय तक प्रतिनिधित्व किया। उनके दो बेटे और दो बेटियां है, महीपाल मदेरणा उनके पुत्र हैं। सरपंच से स्पीकर तक निभाई भूमिका कामकाज के मामले में सख्त मिजाज के माने जाने वाले 87 वर्षीय मदेरणा ग्राम पंचायत सरपंच से लेकर प्रदेश की सबसे बडी पंचायत विधानसभा तक के अध्यक्ष रहे हैं। जाट समाज के कद्दावर नेता के साथ ही वे 1957 से लेकर 2003 तक नौ बार विधायक और इसी दौरान 1989 से 1994 तक प्रदेश कांगे्रस के अध्यक्ष और 1959 से 1962 तक प्रदेश कांगे्रस में महासचिव भी रहे। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और आपातकाल के समय विधानसभा में कांग्रेस के उपनेता भी रह चुके हैं। 1962 में पहली बार सामान्य प्रशासन विभाग के उपमंत्री बने और उसके बाद राजस्व, पंचायती राज, सहकारिता, वन, स्वायत्त शासन, सिंचाई, पीएचईडी व ऊर्जा सहित विभिन्न विभागों के मंत्री के रूप में जिम्मेदारी निभाई। जन लेखा समिति के चेयरमेन सहित विधानसभा के अनेक समितियों के मुखिया व सदस्य तथा जोधपुर विश्वविद्यालय की सिंडीकेट में भी रहे।


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